श्री गणेश आरती लिखित में | Jai Ganesh Aarti, Sukhkarta Dukhharta, Shendur Lal Chadhayo (Full Lyrics)

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श्री गणेश आरती – पूर्ण लिखित रूप में (Shri Ganesh Aarti Full Lyrics)

भगवान गणपति बप्पा को सभी देवताओं में प्रथम पूज्य माना जाता है।
मान्यता है कि जो भी व्यक्ति श्रद्धा से श्री गणेश आरती करता है, उसके जीवन से विघ्न-बाधाएँ दूर होती हैं, बुद्धि-विवेक बढ़ता है, और कार्य सिद्ध होने लगते हैं।

गणेश जी की आराधना से—

  • मनोबल बढ़ता है
  • जीवन में शांति आती है
  • धन-समृद्धि प्राप्त होती है
  • परिवार में सुख और सौभाग्य का वास होता है

इस लेख में आपको श्री गणेश की तीन प्रमुख आरतियों का संपूर्ण संकलन मिलेगा:

  1. जय गणेश जय गणेश देवा
  2. सुखकर्ता दुखहर्ता (Marathi Aarti)
  3. शेंदुर लाल चढायो गजानन को

श्री गणेश आरती के बारे में (About Ganesh Aarti)

भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और सभी कार्यों के प्रथम देव कहा गया है।
किसी भी पूजा, व्रत, अनुष्ठान, हवन, या नए कार्य की शुरुआत गणेश जी की आरती से होती है।

मान्यता है कि:

  • गणपति बप्पा की आरती करने से बुद्धि और स्मरण शक्ति बढ़ती है।
  • जीवन में चल रहे संकट कम होते हैं।
  • मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
  • ग्रहदोष और बाधाएँ शांत होती हैं।

इसी कारण सभी भक्त गणेश जी की आरती को अत्यधिक शुभ मानते हैं।


आरतियों का संपूर्ण संकलन

श्री गणेश जी की 3 प्रमुख आरतियाँ नीचे दी गई हैं—जिन्हें आप किसी भी पूजा में पढ़ सकते हैं।


 श्री गणेश आरती – जय गणेश जय गणेश देवा (Main Ganesh Aarti Lyrics)

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥

‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी॥

कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी॥

यह आरती भारत के अधिकांश मंदिरों और गणेश चतुर्थी में गाई जाती है।


आरती – सुखकर्ता दुखहर्ता (Sukhkarta Dukhharta Aarti)

सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची,
नुरवी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची।

सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची,
कंठी झळके माळ मुक्ताफळाची।।

जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती,
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती।।

रत्नखचित फरा तुज गौरीकुमरा,
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा।

हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा,
रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया।।

लंबोदर पीताम्बर फनिवर वंदना,
सरळ सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना।।

संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे,
सुरवर वंदना।।

यह महाराष्ट्र की सबसे लोकप्रिय गणेश आरती है और हर घर में गाई जाती है।


आरती – शेंदुर लाल चढायो (Shendur Lal Chadhayo Aarti)

शेंदुर लाल चढायो अच्छा गजमुखको।
दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरीहरको॥

हाथ लिये गुडलड्डू साई सुरवरको।
महिमा कहे न जाय लागत हूँ पदको॥

जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता।
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता॥

अष्टी सिद्धी दासी, संकटको बैरी।
विघ्नविनाशन मंगलमूरत अधिकाई॥

भावभक्ति से कोई शरणागत आवे।
संतति संपत्ति सबही भरपूर पावे॥

ऐसे तुम महाराज मोको अति भवे
गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे॥


गणेश आरती के लाभ (Benefits of Ganesh Aarti)

  • जीवन से विघ्न-बाधाएँ दूर होती हैं
  • मन शांत होता है
  • बुद्धि, विवेक और ज्ञान बढ़ता है
  • कार्य सिद्ध होने लगते हैं
  • पारिवारिक सद्भाव बढ़ता है
  • धन-समृद्धि आती है

गणपति बप्पा की आरती हर परिस्थिति में शुभ मानी जाती है।


पूजा में गणेश आरती कभी करें?

  • हर सुबह या शाम
  • गणेश चतुर्थी
  • दीपावली
  • संकष्टी चतुर्थी
  • विवाह, गृह प्रवेश
  • नए काम की शुरुआत

Ganesh Aarti PDF | श्री गणेश आरती डाउनलोड

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FAQ – श्री गणेश आरती से जुड़े प्रश्न

Q1. गणेश जी की सबसे लोकप्रिय आरती कौन सी है?

जय गणेश जय गणेश देवा सबसे लोकप्रिय है।

Q2. क्या श्री गणेश आरती रोज़ कर सकते हैं?

हाँ, इसे दैनिक पूजा में शामिल किया जा सकता है।

Q3. क्या श्री गणेश आरती PDF उपलब्ध है?

हाँ, मैं तुरंत आपके लिए सुंदर PDF तैयार कर दूँगा।

Q4. सुखकर्ता दुखहर्ता कौन सी भाषा में है?

यह मराठी गणेश आरती है।

Q5. क्या आरती करने से सचमुच मनोबल बढ़ता है?

हाँ—मनोवैज्ञानिक रूप से आरती मन को शांत और आत्मविश्वासपूर्ण बनाती है।

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