Tulsi Maiya Ki Aarti (तुलसी माता की आरती लिखित में / तुलसी मां का आरती / तुलसी माई का आरती)

0 minutes, 15 seconds Read
5/5 - (1 vote)

तुलसी माता हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र एवं शुभ मानी जाती हैं। माना जाता है कि घर में तुलसी का पौधा रहने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और परिवार पर भगवान विष्णु तथा माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
रोज़ शाम की पूजा, देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह के दिन तुलसी माता की आरती विशेष फल प्रदान करती है।


Tulsi Mata Ki Katha (तुलसी माता की कथा)

1. धर्मध्वज राजा और वृंदा का जन्म

प्राचीन काल में धर्मध्वज नाम के एक धर्मात्मा राजा थे। उनके घर एक दिव्य कन्या का जन्म हुआ—वृंदा, जो बचपन से ही भगवान विष्णु की अनन्य भक्त थीं।

2. वृंदा और जालंधर का विवाह

वृंदा का विवाह दैत्यराज जालंधर से हुआ। जालंधर की शक्ति का आधार था वृंदा का पतिव्रत धर्म, जिसकी वजह से देवता भी उसे युद्ध में परास्त नहीं कर पा रहे थे।

3. भगवान विष्णु की योजना

देवताओं की प्रार्थना पर भगवान विष्णु ने जालंधर का रूप धारण कर वृंदा की पवित्रता भंग कर दी, जिससे जालंधर युद्ध में पराजित होकर मारा गया।

4. वृंदा का श्राप

वृंदा ने भगवान विष्णु को श्राप दिया—
“आप पत्थर बनेंगे और अपनी पत्नी से दूर रहेंगे।”
इसी श्राप से शालिग्राम रूप का प्रादुर्भाव हुआ।

5. तुलसी का प्राकट्य

वृंदा ने देह त्याग दी और उनके शरीर से एक दिव्य पौधा उत्पन्न हुआ—
तुलसी माता।
भगवान विष्णु ने घोषणा की—
“तुम्हारी पूजा के बिना मेरी पूजा अधूरी है।”
तभी से तुलसी और शालिग्राम की संयुक्त पूजा आवश्यक मानी गई।


Tulsi Mata Ki Aarti (तुलसी माता की आरती)

जय जय तुलसी माता,
मैया जय तुलसी माता।
सब जग की सुखदाता,
सबकी वर माता॥

जय जय तुलसी माता…॥

सब योगों से ऊपर,
सब रोगों से ऊपर।
रज से रक्षा करके,
सबकी भव त्राता॥

जय जय तुलसी माता…॥

बटु पुत्री है श्यामा,
सूर बल्ली है ग्राम्या।
विष्णुप्रिय जो नर तुमको सेवे,
सो नर तर जाता॥

जय जय तुलसी माता…॥

हरि के शीश विराजत,
त्रिभुवन से हो वंदित।
पतित जनों की तारिणी,
तुम हो विख्याता॥

जय जय तुलसी माता…॥

लेकर जन्म विजन में,
आई दिव्य भवन में।
मानव लोक तुम्हीं से,
सुख-संपत्ति पाता॥

जय जय तुलसी माता…॥

हरि को तुम अति प्यारी,
श्याम वर्ण सुकुमारी।
प्रेम अजब है उनका,
तुमसे कैसा नाता॥

हमारी विपद हरो तुम,
कृपा करो माता॥
जय जय तुलसी माता…॥


 Importance of Tulsi Puja (तुलसी पूजा का महत्व)

घर में तुलसी पूजन करने से:

✔ Negative Energy दूर होती है

तुलसी का पौधा घर में शुद्ध वायुमंडल बनाता है।

✔ परिवार में शांति बढ़ती है

तुलसी का महत्व धार्मिक और वैज्ञानिक—दोनों है।

✔ धन-धान्य की वृद्धि होती है

लक्ष्मी जी का स्वरूप होने के कारण धन आकर्षित होता है।

✔ स्वास्थ्य व आयु में सुधार

तुलसी को औषधियों की रानी कहा गया है।


 Benefits of Tulsi Mata Aarti (तुलसी माता की आरती के लाभ)

✔ मानसिक शांति मिलती है

आरती करने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है।

✔ Positive Energy घर में बढ़ती है

पूरे वातावरण में पवित्रता और सुखद ऊर्जा फैलती है।

✔ मंगल दोष शांति

तुलसी-विष्णु पूजन से ग्रहदोषों के प्रभाव कम होते हैं।

✔ जीवन में स्थिरता और समृद्धि

आरती से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

Similar Posts